भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

बदलते भारत की अजब दास्तान

Please do not forget to confirm after clicking the LIKE button

बदलते भारत की अजब दास्तान
ठण्ड में आदमी बुत बना जा रहा है और
बुतों को कपड़े से ढकने का है फरमान
सही दिशा में जा रहा भारत निर्मान
जिनको न बैठने का सलीका है
और न खड़े होने का सऊर
ऐसों हांथों में दे दी देश की कमान
सही दिशा में जा रहा भारत निर्मान
आदमियत सस्ते दामो में बिक रही है
महंगा होता घर ग्रहस्ती का सामान
सही दिशा में जा रहा भारत निर्मान
बाज़ारों से करेंगे तरक्की, पेड़ पर लटका किसान
सही दिशा में जा रहा भारत निर्मान
हम कुछ कहें तो संसद की अवमानना
पर संसद रुपी मंदिर का उसी के पुजारी
आये दिन चाहे जितना करते रहें अपमान
वाह रे नेता और भारत का गजब निजाम
सही दिशा में जा रहा भारत निर्मान...

SHOW UNITY
Poem by: SOMESH KHARE
India is changing.. be a part
SEND THIS POST TO YOUR FACEBOOK FRIENDS/GROUPS/PAGES