संसद में जन लोकपाल विधेयक को पारित कराने का दबाव बनाने लिए गांधीवादी नेता अन्ना हजारे का अनिश्चितकालीन अनशन
आज सातवें दिन में प्रवेश कर गया। उनके सहयोगी सुरेश पथारे ने बताया कि अनशन शुरू होने के बाद से अन्ना का 4.3 किलोग्राम वजन कम हो गया है।
हजारे दस दिसंबर से अनशन पर हैं। हजारे राज्यसभा में संशोधित लोकपाल विधेयक को पारित कराने के लिए दबाव बना रहे हैं, वहीं एक समय उनके करीबी रहे अरविंद केजरीवाल ने इस विधेयक को जोकपाल बताकर इसे खारिज कर दिया है।
कल रालेगण सिद्धि में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हजारे ने कहा था कि मैं इसे पूरी तरह स्वीकार करता हूं। यदि यह विधेयक पारित हो जाता है, तो मैं अपना अनशन समाप्त कर दूंगा। इस विधेयक से देश के गरीबों को फायदा होगा।
केजरीवाल ने विधेयक और हजारे के इसे स्वीकार करने पर अपनी नाखुशी जाहिर की है। उन्होंने कल कहा कि मुझे वास्तव में हैरानी हुई है। अन्ना कैसे सरकारी लोकपाल विधेयक स्वीकार कर सकते हैं। सरकारी लोकपाल एक जोकपाल है। कौन उन्हें गुमराह कर रहा है।
हजारे ने समाजवादी पार्टी से विधेयक का समर्थन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि सभी दल इसका समर्थन करेंगे और यह पारित होगा।
आज सातवें दिन में प्रवेश कर गया। उनके सहयोगी सुरेश पथारे ने बताया कि अनशन शुरू होने के बाद से अन्ना का 4.3 किलोग्राम वजन कम हो गया है।
हजारे दस दिसंबर से अनशन पर हैं। हजारे राज्यसभा में संशोधित लोकपाल विधेयक को पारित कराने के लिए दबाव बना रहे हैं, वहीं एक समय उनके करीबी रहे अरविंद केजरीवाल ने इस विधेयक को जोकपाल बताकर इसे खारिज कर दिया है।
कल रालेगण सिद्धि में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हजारे ने कहा था कि मैं इसे पूरी तरह स्वीकार करता हूं। यदि यह विधेयक पारित हो जाता है, तो मैं अपना अनशन समाप्त कर दूंगा। इस विधेयक से देश के गरीबों को फायदा होगा।
केजरीवाल ने विधेयक और हजारे के इसे स्वीकार करने पर अपनी नाखुशी जाहिर की है। उन्होंने कल कहा कि मुझे वास्तव में हैरानी हुई है। अन्ना कैसे सरकारी लोकपाल विधेयक स्वीकार कर सकते हैं। सरकारी लोकपाल एक जोकपाल है। कौन उन्हें गुमराह कर रहा है।
हजारे ने समाजवादी पार्टी से विधेयक का समर्थन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि सभी दल इसका समर्थन करेंगे और यह पारित होगा।