जन लोकपाल की मांग को लेकर अनशन पर बैठे अन्ना हजारे का साथ देने किरण बेदी बैठ रही हैं.
यह अन्ना के अनशन का पांचवां दिन है.
इससे पूर्व अन्ना का मंच ‘आप’ और अन्ना समर्थकों के बीच हुए विवाद के कारण आरोप- प्रत्यारोपों का अखाड़ा बन गया.
इस कारण अन्ना के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने पहुंचे आप नेता गोपाल राय को अन्ना ने गांव छोड़ कर चले जाने को कह दिया.गोपाल राय वहां से तो चले गए लेकिन उन्होंने कहा कि वह अनशन जारी रखेंगे.
चंदा बना दूरी का कारण
अन्ना और केजरीवाल के बीच मतभेद तब सामने आए थे जब इंडिया अगेंस्ट करप्शन अभियान के दौरान एकत्र चंदे से संबंधित एक सीडी में धन के दुरुपयोग का मामला उजागर हुआ था.
शुरुआत टीम अन्ना के अहम सदस्य जनरल वीके सिंह के यह कहने से हुई जब उन्होंने आप नेताओं का नाम लिए बगैर कहा कि अन्ना जी ने जब जन लोकपाल के लिए आंदोलन शुरू किया तो कई लोग उनके साथ रहे लेकिन बाद में उन्हें छोड़कर चले गए.
सिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा, कि अब वे लोग कहते हैं कि अन्ना की वजह से वो नहीं, बल्कि उनकी वजह से अन्ना हैं. वास्तविकता यह है कि अन्ना जी ने जो किया उसकी उपेक्षा नहीं की जा सकती.
अगर हमें अपने देश को आगे ले जाना है तो हमें एक होना चाहिए और अलग-अलग समूह तथा राजनीतिक दल नहीं बनाने चाहिए.
बस फिर क्या था वहां अन्ना के साथ अनशन करने पहुंचे और श्रोताओं में बैठे आप के नेता गोपाल राय बिफर पड़े. उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई. इस पर सिंह ने कहा आप बाद में बोल सकते हैं. लेकिन गोपाल राय हल्ला गुल्ला करते रहे और सिंह के भाषण के बीच टोका-टोकी जारी रखी. सिंह ने कहा, कि आप मुझे कुछ और बोलने पर मजबूर न करें. अपनी गलतफहमी और खुश फहमी को अपने पास रखें.
अन्ना ने गांव छोड़ने को कहा
विवाद बढ़ता देख अन्ना ने माइक संभाला और तल्ख लहजे में राय से अपनी नाराजगी जताई.
उन्होंने कहा, ‘मैंने कल भी आपसे अनशन नहीं करने को कहा था. आप बीच में क्यों बोल रहे हैं. आपसे सब लोग कह रहे हैं बीच में नहीं बोलें, लेकिन आप टोका-टोकी कर रहे हैं. अगर आपको शोर शराबा करना है तो गांव से बाहर जा सकते हैं. यहां नहीं बैठिए. जब लोग बोल रहे हैं तो उन्हें टोकना ठीक नहीं है. यह सिस्टम नहीं है.'
इसके बाद गोपाल राय वहां से चले गए और पार्टी हाईकमान के बुलावे पर वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
यह अन्ना के अनशन का पांचवां दिन है.
इससे पूर्व अन्ना का मंच ‘आप’ और अन्ना समर्थकों के बीच हुए विवाद के कारण आरोप- प्रत्यारोपों का अखाड़ा बन गया.
इस कारण अन्ना के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने पहुंचे आप नेता गोपाल राय को अन्ना ने गांव छोड़ कर चले जाने को कह दिया.गोपाल राय वहां से तो चले गए लेकिन उन्होंने कहा कि वह अनशन जारी रखेंगे.
चंदा बना दूरी का कारण
अन्ना और केजरीवाल के बीच मतभेद तब सामने आए थे जब इंडिया अगेंस्ट करप्शन अभियान के दौरान एकत्र चंदे से संबंधित एक सीडी में धन के दुरुपयोग का मामला उजागर हुआ था.
शुरुआत टीम अन्ना के अहम सदस्य जनरल वीके सिंह के यह कहने से हुई जब उन्होंने आप नेताओं का नाम लिए बगैर कहा कि अन्ना जी ने जब जन लोकपाल के लिए आंदोलन शुरू किया तो कई लोग उनके साथ रहे लेकिन बाद में उन्हें छोड़कर चले गए.
सिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा, कि अब वे लोग कहते हैं कि अन्ना की वजह से वो नहीं, बल्कि उनकी वजह से अन्ना हैं. वास्तविकता यह है कि अन्ना जी ने जो किया उसकी उपेक्षा नहीं की जा सकती.
अगर हमें अपने देश को आगे ले जाना है तो हमें एक होना चाहिए और अलग-अलग समूह तथा राजनीतिक दल नहीं बनाने चाहिए.
बस फिर क्या था वहां अन्ना के साथ अनशन करने पहुंचे और श्रोताओं में बैठे आप के नेता गोपाल राय बिफर पड़े. उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई. इस पर सिंह ने कहा आप बाद में बोल सकते हैं. लेकिन गोपाल राय हल्ला गुल्ला करते रहे और सिंह के भाषण के बीच टोका-टोकी जारी रखी. सिंह ने कहा, कि आप मुझे कुछ और बोलने पर मजबूर न करें. अपनी गलतफहमी और खुश फहमी को अपने पास रखें.
अन्ना ने गांव छोड़ने को कहा
विवाद बढ़ता देख अन्ना ने माइक संभाला और तल्ख लहजे में राय से अपनी नाराजगी जताई.
उन्होंने कहा, ‘मैंने कल भी आपसे अनशन नहीं करने को कहा था. आप बीच में क्यों बोल रहे हैं. आपसे सब लोग कह रहे हैं बीच में नहीं बोलें, लेकिन आप टोका-टोकी कर रहे हैं. अगर आपको शोर शराबा करना है तो गांव से बाहर जा सकते हैं. यहां नहीं बैठिए. जब लोग बोल रहे हैं तो उन्हें टोकना ठीक नहीं है. यह सिस्टम नहीं है.'
इसके बाद गोपाल राय वहां से चले गए और पार्टी हाईकमान के बुलावे पर वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गए.