आम आदमी पार्टी नहीं चाहती कि अन्ना हजारे अपने प्रस्तावित जनलोकपाल विधेयक के एक भी मुद्दे से पीछे हटें। गुरुवार को रालेगणसिद्धि पहुंचे 'आप' नेता कुमार विश्वास ने अपने भाषण में कहा कि कांग्रेस को जनलोकपाल विधेयक का वहीं प्रस्ताव पास करवाना होगा, जो दो साल पहले जंतर-मंतर पर अन्ना के आंदोलन में प्रस्तावित किया गया था। पर्यावरणवादी कार्यकर्ता मेधा पाटकर भी अन्ना के समर्थन में रालेगण सिद्धि पहुंच गई हैं।
कुमार विश्वास 'आप' के दो अन्य प्रमुख सदस्यों संजय सिंह एवं गोपाल राय के साथ रालेगणसिद्धि पहुंचे। रालेगण सिद्धि में अन्ना हजारे के आमरण अनशन का गुरुवार को तीसरा दिन था। जनलोकपाल विधेयक पारित कराने की मांग को लेकर मंगलवार से शुरू हुए अन्ना हजारे के अनशन स्थल पर 'आप' के नेताओं को देखने के लिए अचानक भीड़ उमड़ पड़ी।
लेकिन इस भीड़ में से ही कुछ लोगों ने 'आप' के खिलाफ नारेबाजी भी की। ये लोग अन्ना के अनशन में अब तक अरविंद केजरीवाल के न आने से नाराज थे। करीब ढाई घंटे अनशन स्थल पर रहने के बाद कुमार विश्वास अपने साथी संजय सिंह के साथ वापस लौट गए, जबकि गोपाल राय अन्ना के मंच के सामने ही अनशन पर बैठ गए हैं। चूंकि अन्ना हजारे अपने मंच पर किसी राजनीतिक दल को स्थान नहीं देना चाहते, इसलिए कुमार विश्वास ने मंच के नीचे से ही वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ये न समझे कि वह लोकपाल के नाम पर कोई भी विधेयक पास करके अन्ना को संतुष्ट कर देगी। उसे बिल्कुल वही विधेयक संसद में पास करवाना होगा, जो दो साल पहले अपने आंदोलन के दौरान अन्ना हजारे ने जंतर-मंतर पर पेश किया था।
माना जा रहा है कि कुमार विश्वास ने अन्ना के मंच के सामने से कांग्रेसनीत सरकार को यह चेतावनी देकर अन्ना और कांग्रेस के बीच होने वाली किसी भी संभावित बातचीत पर पानी फेर दिया है। जबकि कहा जा रहा था कि इस बार अन्ना हजारे कुछ संशोधन के साथ सरकार के लोकपाल विधेयक को मंजूरी दे देंगे। अपने अनशन स्थल पर कुमार विश्वास के यह याद दिलाने के बाद अन्ना का अपनी बात से पीछे हटना मुश्किल होगा। अन्ना के अनशन को समर्थन देने के लिए टीम अन्ना की पुरानी सहयोगी किरण बेदी पहले ही रालेगणसिद्धि पहुंच चुकी हैं। अनशन शुरू होने के तीसरे दिन अन्ना का स्वास्थ्य ठीक बताया जा रहा है। लेकिन उनके वजन में कुछ कमी जरूर आई है।
कुमार विश्वास 'आप' के दो अन्य प्रमुख सदस्यों संजय सिंह एवं गोपाल राय के साथ रालेगणसिद्धि पहुंचे। रालेगण सिद्धि में अन्ना हजारे के आमरण अनशन का गुरुवार को तीसरा दिन था। जनलोकपाल विधेयक पारित कराने की मांग को लेकर मंगलवार से शुरू हुए अन्ना हजारे के अनशन स्थल पर 'आप' के नेताओं को देखने के लिए अचानक भीड़ उमड़ पड़ी।
लेकिन इस भीड़ में से ही कुछ लोगों ने 'आप' के खिलाफ नारेबाजी भी की। ये लोग अन्ना के अनशन में अब तक अरविंद केजरीवाल के न आने से नाराज थे। करीब ढाई घंटे अनशन स्थल पर रहने के बाद कुमार विश्वास अपने साथी संजय सिंह के साथ वापस लौट गए, जबकि गोपाल राय अन्ना के मंच के सामने ही अनशन पर बैठ गए हैं। चूंकि अन्ना हजारे अपने मंच पर किसी राजनीतिक दल को स्थान नहीं देना चाहते, इसलिए कुमार विश्वास ने मंच के नीचे से ही वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ये न समझे कि वह लोकपाल के नाम पर कोई भी विधेयक पास करके अन्ना को संतुष्ट कर देगी। उसे बिल्कुल वही विधेयक संसद में पास करवाना होगा, जो दो साल पहले अपने आंदोलन के दौरान अन्ना हजारे ने जंतर-मंतर पर पेश किया था।
माना जा रहा है कि कुमार विश्वास ने अन्ना के मंच के सामने से कांग्रेसनीत सरकार को यह चेतावनी देकर अन्ना और कांग्रेस के बीच होने वाली किसी भी संभावित बातचीत पर पानी फेर दिया है। जबकि कहा जा रहा था कि इस बार अन्ना हजारे कुछ संशोधन के साथ सरकार के लोकपाल विधेयक को मंजूरी दे देंगे। अपने अनशन स्थल पर कुमार विश्वास के यह याद दिलाने के बाद अन्ना का अपनी बात से पीछे हटना मुश्किल होगा। अन्ना के अनशन को समर्थन देने के लिए टीम अन्ना की पुरानी सहयोगी किरण बेदी पहले ही रालेगणसिद्धि पहुंच चुकी हैं। अनशन शुरू होने के तीसरे दिन अन्ना का स्वास्थ्य ठीक बताया जा रहा है। लेकिन उनके वजन में कुछ कमी जरूर आई है।