पश्चिम बंगाल का शारदा चिटफंड घोटाला दिनोंदिन एक नई शक्ल लेता नजर आ रहा है. अब इस घोटाले से वित्तमंत्री पी. चिदंबरम की पत्नी का भी नाम जुड़ रहा है. हालांकि चिदंबरम की पत्नी ने सभी आरोपों से इनकार किया है.
घोटाले के मुख्य आरोपी सुदीप्तो सेन ने सीबीआई को जो लंबी-चौड़ी चिट्ठी लिखी है, उसमें पी. चिदंबरम की पत्नी पर भी आरोप लगाए गए हैं. चिट्ठी में चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम को भी घेरा गया है. नलिनी चिदंबरम पेशे से वकील हैं. चिट्ठी में अन्य कई बड़ी शख्सियतों में नाम का जिक्र है.
चिट्ठी के मुताबिक, पी. वी. नरसिम्हा राव सरकार में मंत्री रहे मतंग सिंह, उनकी पत्नी मनोरंजना सिंह और सुदीप्तो सेन के बीच डील में नलिनी चिदंबरम वकील के तौर पर जुड़ी थीं.
सूत्रों के अनुसार, नलिनी चिदंबरम ने अपने ऊपर लगे आरोपों से साफ इनकार किया है. नलिनी चिदंबरम ने कहा है कि उन्होंने कभी भी शारदा ग्रुप के चेयरमैन व सीएमडी सुदीप्त सेन से किसी चैनल को स्थापित करने के लिए मदद नहीं मांगी.
पश्चिम बंगाल की राजनीति में उबाल
जैसे-जैसे चिट फंड का काला चिट्ठा खुलता जा रहा है, वैसे-वैसे बंगाल की राजनीति में उबाल आता जा रहा है. पंचायत चुनाव में ममता बनर्जी को चिंता में डाल दिया है, इसलिए उन्होंने आनन-फानन में 500 करोड़ रुपये के एक राहत कोष बनाने का ऐलान कर दिया. यही नहीं, हर मौके पर वे इसके लिए सीपीएम को दोषी ठहराने से नहीं चूकती हैं.
लाखों लोगों की जमापूंजी हड़पकर उनकी उम्मीदों का गला घोंटने वाले शारदा ग्रुप के सीएमडी सुदीप्तो सेन को लेकर पुलिस जब कोलकाता पहुंची, तो वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. सुरक्षा इसलिए थी कि कहीं गुस्साए निवेशक उन पर हमला न बोल दें. कड़ी सुरक्षा में पुलिस सुदीप्तो, कंपनी की निदेशक देवयानी समेत तीन लोगों को सुरक्षित एयरपोर्ट से लेकर निकल गई, लेकिन वहां कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन जरूर किया.