गणतंत्र यात्रा लेकर आ रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के मंच पर स्थानीय नेता नहीं बैठेंगे। बुधवार को पंचायती धर्मशाला में अन्ना हजारे के कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर स्थानीय प्रतिनिधियों की बैठक में मंचासीन होने को लेकर मतभेद सामने आया। बैठक में हुई तकरार दूर करने के लिए निर्णय लिया गया कि अन्ना हजारे के मंच पर कोई भी स्थानीय प्रतिनिधि नहीं बैठेगा। अन्ना हजारे, पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह, सूफी गिलानी और संतोष भारतीय चार मई रात को श्रीगंगानगर पहुंचेंगे। पांच मई को पब्लिक पार्क में सभा होगी।
पंचायती धर्मशाला में बैठक में सभा, इससे पूर्व की रैली सहित अन्य गतिविधियों की तैयारियों की चर्चा हो रही थी। इसी दौरान नगरपरिषद के पूर्व सभापति महेश पेड़ीवाल को आयोजन कमेटी का संयोजक बनाने पर कई लोगों ने आपत्ति जताई, फिर अजायबसिंह ग्रेवाल, अजीत सहारण सहित अन्य ने कहा कि जब पेड़ीवाल की पत्नी यूआईटी की अध्यक्ष थी, तब कई कार्यों में अनियमितताओं की बात लोग करते हैं। इस पर कुछ लोग आक्रोशित हो गए। इन्हें शांत किया तो कइयों ने कहा कि हमें भी सभा में बोलने का मौका दिया जाना चाहिए।
बैठक में नगरपरिषद के पूर्व सभापति महेश पेड़ीवाल, चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष बंशीधर जिंदल, तेजेंद्रपालसिंह टिम्मा, मोहनलाल गर्ग, पार्षद रमजानअली चोपदार, पूर्व उपसभापति नरेश मुन्ना, अजीत सहारण, अजायबसिंह ग्रेवाल, बालमुकंद सारस्वत, हरीश कपूर, छगन बलाना और डॉ.भरत मय्यर आदि उपस्थित थे।